About Me

My photo
An Indian Army Officer retired

Wednesday, November 16, 2011

वो मेरी इतनी अच्छी दोस्त...


वो मेरी इतनी अच्छी दोस्त...
उसके पहले प्यार की बातें करती है,
प्यार - पहला प्यार , नासमझ उम्र की कशिश और अल्हड़ जज़्बात !
किसी पहाड़ी झरने सी ,
पश्चिमी घाट के दूर दूर तक फैले बगीचों की पुरवाई,
दक्खन के पठारों से उठी बदलियों सी,
दबे प्यार का इज़हार और वक़्त की उड़ान -
हमेशा कहती "अब वो कहाँ और हम कहाँ !" और न जाने कितनी सारी बातें बाँट लेती है पल भर में,
जाने कितनी तस्वीरें बनती हैं , मिटती हैं उसके मन में , उसके बीते सपनों की...
सोचता हूँ - क्या उम्र से प्यार के एहसास बदल जाते हैं ....
प्यार - यह एक जादुई शब्द है, जिसके जादुई इशारे उम्र के पाश में नहीं होते ...
भले ही कल्पनाओं में कई तरह के चेहरे उभरते हैं, पर प्यार की आँखों में वही पहला चेहरा ठहरा होता है ,
कोई खयाल जब भी कुछ कहता है, लिखता है - पहला प्रेम-पत्र सा होता है !
मुझे मालूम है अब वो मुझसे प्यार करती है...अच्छी लगती है...
पर उसके दिल में अब भी वही पुराने प्यार की बात पलती है,
मेरी अच्छी दोस्त है मुझसे अपने पहले प्यार की बातें करती है....
अच्छी लगती है..

4 comments:

  1. Kuch sapne the bahut paas........
    abh na sapne hai na hi aas!!!!!
    tumhari acchi dost..nadaan hai

    ReplyDelete
  2. Ek hi khayal man main... liye ja rahi hoon...
    kai arse bheet gaye...sapno main jiye ja rahi hoon
    ..

    ReplyDelete